बिजली कर्मियों ने शुद्धि-बुद्धि यज्ञ में मिर्च की डाली आहूति, बोले- इससे सरकार की आंख खुलेगी

बिजली कर्मियों ने शुद्धि-बुद्धि यज्ञ में मिर्च की डाली आहूति, बोले- इससे सरकार की आंख खुलेगी


गोरखपुर । भविष्य निधि घोटाला मामले को लेकर मुख्यमंत्री योगी के शहर गोरखपुर में बिजली कर्मियों ने सोमवार को बुद्धि-शुद्धि के लिए मिर्ची यज्ञ किया। कर्मियों ने हवन कुंड के सामने सीएम व उर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा की तस्वीर भी लगा रखी थी। कर्मियों ने कहा- हमनें हवन में सामग्री में मिर्ची का इस्तेमाल किया है, ताकि उसके धुएं की जलन से सरकार की भी आंख खुल सके। मालूम हो कि, सरकार द्वारा कर्मियों के भविष्य निधि के 26 सौ करोड़ रुपए डिफॉल्टर कंपनी डीएचएफएल में निवेश किया है। जिसकी जांच चल रही है।



मोहद्दीपुर स्थित मुख्‍य अभियंता कार्यालय पहुंचे कर्मचारियों ने कार्य का पूरी तरह से बहिष्‍कार कर दिया। इसके साथ वे धरने पर भी बैठ गए। इसके बाद उन्होंने बाकायदा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा की तस्वीर रखकर उनकी बुद्धि-शुद्धि के लिए मिर्ची यज्ञ किया।


कर्मचारी नेता बृजेश कुमार त्रिपाठी ने कहा- कार्य से विरत रहते हुए सभी कर्मचारी पीएफ के रुपए वापसी के लिए धरने पर बैठे हैं। ये उनकी भविष्य निधि का पैसा है। सरकार इसे निजी हाथों में देकर कर्मचारियों के साथ अन्‍याय कर रही है। अखिलेश गुप्‍ता ने कहा- आज के कार्यक्रम में मुख्‍यमंत्री योगी और श्रीकांत शर्मा जी को आह्वान किया गया कि वे हमारी मांगों को पूरा करें। कहा- मिर्ची कंपनी को हमारे हक का पैसा देना गलत है। इसलिए इस यज्ञ में मिर्ची ज्‍यादा और कपूर कम है। हमारा उद्देश्‍य मिर्ची लगाकर सरकार को चिढ़ाने का नहीं है। हम चाहते हैं कि वे हमारी मांग को सुनें।


धरने पर बैठीं कर्मचारी मंजीत कौर ने कहा- वे जनवरी में रिटायर होने वाली हैं। उन्‍हें बेटी की शादी करनी है। उन्‍हें भविष्‍य निधि के रुपए की जरूरत है। सरकारी नौकरी कर उन्‍होंने बच्‍चों को पढ़ाने-लिखाने में रुपए खर्च किए। अब उनकी शादी के लिए जो उम्‍मीदें थीं वे धरी रह गई हैं। पूजा सिंह और मंजू लता का कहना है कि उनका भविष्‍य निधि उनका हक है। उसे घाटाले की भेंट चढ़ाकर हमें महज आश्‍वासन नहीं देना चाहिए। सरकार हमें हमारे भविष्‍य निधि के रुपए वापस करे।