सीएम के शहर में डेंगू से भाजपा नेता की मौत, अब तक 59 केस सामने आए
गोरखपुर । मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के शहर गोरखपुर में डेंगू जानलेवा हो गया है। यहां पूर्व पार्षद मोतीलाल चौरसिया की मौत हो गई। चौरसिया लखनऊ में भर्ती थे। डेंगू से इस साल सीएम सिटी में पहली मौत है। मृतक के भतीजे सुधीर ने बताया कि, शेखपुर के पूर्व पार्षद मोतीलाल की सोमवार को तबियत बिगड़ने के बाद निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया। जहां प्लेटलेट्स महज छह हजार मिला तो उन्हें लखनऊ रेफर कर दिया गया था।
59 मरीजों में डेंगू की पुष्टि
महानगर में इस सीजन में डेंगू के इलाज में अब तक 5000 यूनिट से अधिक प्लेटलेट्स खप चुकी हैं। इसके बावजूद स्वास्थ्य विभाग मानने को तैयार नहीं है। सीएमओ ने बुधवार को डॉक्टरों को नसीहत दी कि गंभीर मरीजों को ही प्लेटलेट्स चढ़ाएं। फिलहाल विभाग अभी तक 59 मरीजों में ही डेंगू की पुष्टि कर रहा है। पूर्व पार्षद की मौत के बाद डेंगू के इलाज को लेकर स्वास्थ विभाग ने एडवाइजरी जारी कर दी। सीएमओ डॉ. श्रीकांत तिवारी ने कहा है कि यह एक ऐसी बीमारी है, जिसका सामान्य इलाज होता है।
सबसे अधिक कूलरों में मिले डेंगू के लार्वा
जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. एके पांडेय ने बताया कि, जहां कहीं से भी डेंगू मरीज की सूचना मिल रही है, वहां स्वास्थ्य विभाग की टीम पहुंच कर सर्वे कर रही है। विभाग की टीम 5,302 घरों में डेंगू के लार्वा की जांच कर चुकी है। सबसे अधिक लार्वा इन घरों में रखे कूलर में मिले हैं। सबसे अधिक डेंगू के मामले वर्ष 2016 में सामने आए थे। सीएमओ ने बताया कि वर्ष 2016 में 168 मरीजों में डेंगू की पुष्टि हुई थी। इस वर्ष अभी तक 59 में डेंगू की पुष्टि हो चुकी है। वर्ष 2017 में डेंगू के 11 मामले, जबकि 2018 में 25 मामले पुष्ट हुए थे।
ये लक्षण दिखे तो हो सकता है डेंगू-
- - त्वचा पर चकत्ते
- - तेज सिर दर्द
- - पीठ दर्द
- - आंखों में दर्द
- - तेज बुखार
- - मसूड़ों से खून बहना
- - नाक से खून बहना
- - जोड़ों में दर्द
- - उल्टी
- - डायरिया